तुलसा
राधे खड़ी है बदन पूछे हर से बात हर नारायण श्री भगवान।
कपड़े कहाँ धुलवाए मेरे राम, मेहदी कहाँ लगवाई मेरे राम… राखी, कजरा, टीका कहाँ लगवाया मेरे राम, हर नारायण श्री भगवान। हम तो राधा प्यारी घाट गये थे तो धोबन ने कपड़े धोये मेरे राम। मालिन ने मेंहदी लगाई मेरे राम, सावन महीने सलूनो आईं तो, बहनो ने राखी बाँधी मेरे राम, कार्तिक महीने दिवाली आई तो, कजर इस गुण डाला मेरे ग़म, कार्तिक महीने भैया दूज जो आई तो, बहनो ने टीका लगाया मेरे राम हर नारायण श्री भगवान। क्यों री धोबन हम तुम्हें मारे तो श्रीकृष्ण के मेहंदी, कपड़े क्यों धोये मेरे राम, क्यों जी राधा प्यारी हमें क्यों मारो तो, तुलसा सौतन ब्याही मेरे राम, हर नारायण श्री भगवान। क्यों जी कृष्ण जी झूठ क्यों बोले, तुलसा सोतन ब्याही मेरे राम हम तो राधा प्यारी तुमसे डरते थे तो झूठ जो इस विध बोला मेरे राम।