सच्ची नीयत
एक रात की बात है एक चोर किसी घर मेँ सेंध लगा रहा था । घर के मालिक ने एक कुत्ता पाल रखा था । चोर को देखते ही वह जोर-जोर से भोंकने लगा। चोर ने उसको चुप करने के लिये एक रोटी का टुकडा फेंक दिया।
मुझें तुम इस घूस से चुप नहीं कर सकते। यदि मैं भौकना बंद करूँगा तो अपने मालिक के प्रति अकृतज्ञ सिद्ध होऊँगा और दूसरी बात यह है कि यदि इस समय भौंककर अपने मालिक को नहीं जगा देत्ता हूँ तो तुम सारी वस्तुएँ ढो ले जाओगे मेरा मालिक किस प्रकार मेरा भरण-पोषण कर सकेगा। कुत्ता भोंकता रहा । चोर की दाल नहीं गल सकी और कुत्ते की ईमानदारी ने मालिक के धन की रक्षा की ।