सफलता एकादशी व्रत
यह ब्रत पोष कृष्ण पक्ष एकादशी को किया जाता है। इस दिन भगवान अच्युत की पूजा का विशेष विधान है। इस व्रत को धारण करने वाले को चाहिए कि प्रात स्नान करके भगवान की आरती करे तथा भोग लगाये। ब्रह्मणों तथा गरीबों को भोजन अथवा दान देना चाहिए। रात्रि में जागरण करते हुए कीर्तन पाठ करना अत्यन्त फलदायी होता है। इस व्रत को करने से समस्त कार्यों में सफलता मिलती है। इसलिए इसका नाम ‘सफलता’ एकादशी है।