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श्री वैद्ययाथ धाम काँवड़ यात्रा सुल्तानगंज से बाबाधाम – हिन्दुओ के व्रत और त्योहार

श्री वैद्ययाथ धाम काँवड़ यात्रा सुल्तानगंज से बाबाधाम  

बाबा धाम का नजारा बहुत ही सुन्दर ओर आनन्दकारी होता है। यहां पर अलग-अलग प्रान्तों से लोग काँवड चढाने के लिये आते हैं। यहाँ पर नेपाल, सिक्किम, गया, कोलकाता, राँची, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि अन्य स्थानों से लोग काँवड चढ़ाने के लिये आते हें। यहां पर आकर एक ही रंग भगवा रंग में रंग जाते हैं और बम बम में रम जाते हैं। पंचाक्षरी मंत्र (3७ नमः शिवाय” की तरह दो अक्षर का नाम “बम’ एक महामंत्र है। बोल बम बोलने से बाबा वैद्यनाथ अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं। ओर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। सारे रास्ते काँवडिये प्रेम से बोल बम का नारा लगाते हैं। तो सारा वातावरण ‘बम’ मय हो जाता है। ऐसा लगता है मानों काँवडियों को बोल बम के अलावा कुछ आता ही नहीं। इस नारे से सारे शरीर शरीर में चुस्ती-स्फुर्ति की लहर दोड़ जाती है।

‘ बोल बम का नारा है, बाबा एक सहारा हे। बाबा नगरिया दूर है, जाना जरूर है।। शिव-शंकर तेरी जटाओं में बहती है गंगधारा। बाबा अमरनाथ बर्फानी-भूखे को अन्न, प्यासे को पानी।। शिव योगी-रखियों बाबा काया निरोगी। बाबा के दर पर जो आते, वो लोग निराले होते हैं। सावन में जो काँवड चढाते, वो लोग किस्मत वाले होते हें।। -भगवान भोलेनाथ आपकी यात्रा व मनोकामना पूर्ण करेंगेहर-हर महादेव बोल बम, बोल बय, बोल बम हर-हर महादेव
प्रार्थना
 मैं मन्दिर का दीप तुम्हारा॥
जैसे चाहो इसे जलाओ।
जैसे चाहो इसे बुझाओ। 2! इपमें क्या अधिकार हमारा में. जला करेगा ज्योति करेगा। जीवन पथ का तिमिर हरेगा। जीवन पथ का एक सहारा।मै. बिना स्नेह यह चल न सकेगा। अधिक दिवस यह जल न सकेग। :.. भरे रहो इसमें मधुधारा।
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