रामनाम से शराब की आदत भी छूटी
एक मुंशी जी थे। वे थे तो बड़े अच्छे ओहदे पर, पर थे पुराने पियक्कड़। शराब से जो हानि होती है वह तो विख्यात है। सारा धन और माल साफ होने लगा।
एक दिन काशी के प्रसिद्ध योगी महात्मा श्रीश्यामाचरण लाहिड़ी से इनकी मुलाकात हुई। उन्होंने बतलाया, ‘भाई ! राम नाम कहा करो, और कोई रास्ता नहीं है।’ मुंशी जी ने वैसा ही किया। फिर क्या था, सदा के लिये बोतल से छुट्टी मिल गयी।