एक ही रास्ता
एक बार एक व्यक्ति अपने गधे पर चीनी लादकर गाँव में ला रहा था। रास्ते में एक छोटी नदी पार करनी पड़ती थी।
जब गधा नदी में घुसा तो उसने सोचा क्यों न में पानी में बैठ जाऊँ जिससे चीनी पानी में घुल जायेगी और मेरे ऊपर का बोझ हलका हो जायेगा। यह विचार कर गधा पानी में डुबकी लगाने लगा।

जब उसका स्वामी आया तो उसने गधे को उठाया तो गधे को बोझ हलका लगा। इस पर वह बहुत प्रसन्न हुआ परन्तु उसके स्वामी को बड़ा दुःख पहुँचा। अब की बार स्वामी ने बाजार से रूई खरीदकर उसकी पीठ पर लाद दी।
अब जब गधा नदी.पार करने लगा तो नदी में डुबकी लगाने लगा। अब जब उसका स्वामी आया तो उसने गधे को उठाया तो रूई पानी में भीग जाने के कारण पहले से भारी हो गई। गधे को उठना मुश्किल हो गया। उसके स्वामी ने गधे को मार-मार कर वह बोझा उसी से उठवाया। अब गधे की समझ में आ गया कि हमेशा एक ही उपाय काम नहीं देता।