अंधा हो गया -Went blind
एक महात्मा थे। वे एक बार किसी किले के सामने बैठे थे। उस समय मुगल राज्य था। एक सिपाही ने उनको भगा दिया। पर वे फिर आकर बैठ गये। इस तरह तीन बार हुआ।
तब अफसर ने उनको तोप के मुँह उड़ा देने की आज्ञा दी। दो बार तोप छोड़ी गयी पर वे महात्मा बैठे हँसते रहे। तब अफसर ने एक बार अपने सामने तोप छोड़ने की आज्ञा दी। कहते हैं कि वह अफसर तभी अंधा हो गया और महात्मा उठकर कहीं चले गये!