तुलसीजी का विवाह
प्रतिवर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को महिलाएं तुलमी और शालग्राम का विवाह कराती हैं। घर में तुलसीजी हो तो विवाह कर दें और ब्राह्मण से पूछकर चीजें मंगा लें। तुनसी जी का गमला चूने और गेरु से सजा लें। तुलसी जी का विवाह करायें, होम करायें, फेरी दें। पूजा करें। एक साड़ी से मंडप बनाकर एक ब्लाउज चढ़ायें। मंडप के नीचे तुलमीजी से शालिग्राम जी का विवाह संस्कार करें। मिठाई भी चढायें, दक्षिणा दें। तुलसीजी के ब्लाऊज चढ़ा दें, नथ पहनाएं, सिन्दूर लगायें, मेंहदी चूड़ी पहनाएं ओर तुलसी जी के विवाह का गीत गायें।