तुलसा जी की आरती
तुलसा महारानी नमो नमो
हरि की पटरानी नमो नमो
कौन से महीने में बोई रानी तुलसा
कौन से महीने में हुई हरियाली नमो नमो
आषाढ मास में बोई रानी तुलसा
सावन हुई हरियाली नमो नमो
कौन से में हुई तेरी पूजा
कोन से महीने में हुई पटरानी नमो नमो
कार्तिक महीने में हुई तेरी पूजा
मंगेसिर मास हुई पटरानी नमो नमो
के तें जप तप तप किया रानी तुलसा
जो सालग राम हुई पटरानी नमो नमो
बारह बरस जीजी कार्तिक नहाई
सालग राम हुई पटरानी नमो नमो
छापन भोग छत्तीसो मेवा तो बिना
तुलला हर एक ना मानी नमो नमो
साँवी सखी मैया तेरों जस गावे तो
सबको ज्ञान सिखावे महारानी नमो नमो
जो तुलसा को सवेरे गावे तो
श्री कृष्ण जी के दर्शन पावे नमो नमो
जो तुलसा को दोपहर में गावे तो
खीर खाँड के भोजन पावे नमो नमो
जो तुलसा सई साँझ को गावे तो
श्री कृष्ण जी की आरती उतारें नमो नमो
जो तुलसा आधी रात को गावे तो
यम के दूत निकट नहीं आवें पास
नहीं आवे नमो नमो
काहे का दीपक काहे की बाती तो काहे का
घी रत बले दिन रानी नमो नमो
माटी का दीपक नरम रूई बाती तो गाय
का घी रत बले दिन राती नमो नमो
धूप दीप नैवद्य आरती फूलों की वर्षा
वर्षा भी नमो नमो
क्वारी गावे घर वर पावे तो तरुणी पुत्र
खिलावे महारानी नमो नमो
बुढिया गावे गंगा जमना नहावे तो स्वर्ग
पालकी जावे महाराी नमो नमो
हम तुम गावें सदा सुख पावें तो तुलसा
के लाड लडावे महारानी नमो नमो
तुलसा महारानी नमो नमो