सावन के गीत (1)
कच्चे नीम्ब की निबोली सावन जल्दी आईयो रे बाबा मेरे दूर मत ब्याहियो, दादी नहीं बुलाने की बेटी दूर ब्याहूँगा सिर पै गठरी लाऊंँगा रेल चले सरकारी, बेटी झटाझट बुलाऊँगा कच्चे नीम्ब की निबोंली सावन जल्दी आईयो रे। ॒ विशेष-इसी प्रकार ताऊ, पापा इत्यादि का नाम लेकर गीत पूरा करते ‘
सावन के गीत (2) सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जे जै कार पहली तो पैडी बहना मेरी में चढी, एजी छाई घटा घनघोर ते ै सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी. कोई हो रही जै कार ह