धोया हुआ शरीर
गंगा टूटी बारम्बागा माई बाबुल सब परिवार भाई भतीजा जब सा परिवार सासूरा परिवार साई सेती सब परिवार गाय बछंडा सब परिवार अन धन लक्ष्मी मेरे बुखार ईच लियो तुलसा तेरे मंदिर ईच लियो आज सखा ते मन्दिर आई मंदिर राजा राम बेठाई सींचूँगी में तो आँचल माता वाचल माता सत की नाव धर्म के दाता रुन्दन के ओगे मेरे नारायण के नींद घनी मेरे ठाकुर जी के नींद घनी