दत्तात्रेय जयन्ती
मार्ग शीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी को दत्तात्रेय जयन्ती मनाई जाती हे। पुराणों के अनुसार दत्तात्रेय के तीन सिर व छ: भुजाएं थीं। ये त्रिदेवों के अंश माने जाते हैं। इनके जन्म की कथा बड़ी विचित्र है।
दत्तात्रेय जयन्ती की कहानी
एक बार नारद मुनि भगवान शंकर, विष्णु ओर ब्रह्माजी से मिलने स्वर्ग लोक गये। परन्तु उनकी भेंट त्रिदेवों में से किसी से न हो सकी। उनकी भेंट त्रिदेवों की पत्नियों पार्वती, लक्ष्मी एवं सरस्वती जी से हो गई। नारद ने तीनों का घमंड तोड़ने के लिए कहा कि में विश्वभर का भ्रमण करता रहता हूं। परन्तु अत्रि ऋषि की पत्नी अनुसूहया के समान पतित्रता धर्म वाली, शील एवं सदगुण सम्पन्न स्त्री मैंने नहीं देखी। आप तीनों