परस्त्री में आसक्ति मृत्यु का कारण होती है
द्रोपदी के साथ पाण्डव वनवास के अन्तिम वर्ष अज्ञातवास के समय में वेश तथा नाम बदलकर राजा विराट के यहाँ रहते थे। उस समय द्रौपदी ने अपना नाम सैरन्श्री रख लिया था और विराट नरेश की रानी सुदेष्णा की दासी बनकर वे किसी प्रकार समय व्यतीत कर रही थीं।