राग काफी ८२
वो विधि जैसे नटवा चलता,
बांस पर ढोलिया डोल बजाए।
जैसे जठवा चलत बास पर,
डोलिय ढोल बजावे ।
पर लावे ।
अपना बोझ धरे घिर ऊपर,
बरति बांस
जैसे भुजंग चरत बन ही में,
ओस
76
चापने
आए।
वो विधि जैसे नटवा चलता,
बांस पर ढोलिया डोल बजाए।
जैसे जठवा चलत बास पर,
डोलिय ढोल बजावे ।
पर लावे ।
अपना बोझ धरे घिर ऊपर,
बरति बांस
जैसे भुजंग चरत बन ही में,
ओस
76
चापने
आए।