नाग पंचमी
श्रावण मास की शुक्ध्ल पंचमी को नागपंचमी मनायी जाती है। चौथ के दिन शाम को मोठ चने भिगो दें। रात को खाना बनाकर रख दें। दूसर दिन ठण्डी रोटी खाएँ। पहले तो एक जेवड़ी में सात गाँठ लगाकर साँप बनाएँ। बाद में जेबडी के साँप को पट्टे पर रखकर पूजा करें। जल, कच्चा दुध, बाजरे का आटा, घी, चीनी मिलाकर लड्डू बनाकर चढ़ायें। भीगा हुआ मोठ, बाजरा, रोली, चावल ओर दक्षिण चढायें। पाँचे की कहानी सुन फिर मोठ बाजरे में रुपये रखकर सीदा निकालकर सास के पैर छूकर दें। अगर गाँव में अपनी बेटी हो तो उसके भी सीदा भिजवायें और नागपंचमी के दिन अपनी बेटियों को पीहर बुलायें।