काम रुपी छत्ता
काम रूपी छत्ता विकट, इससे रहना दूर।
राग द्वेष की मक्खियाँ, काट खांय भरपूर॥
एक लड़का शहद खाने की इच्छा से शहद की मक्खियों के छत्ते के पास गया और छत्ते में हाथ डाल दिया। मधुमक्खियाँ उसे चिपट गई तथा उसको काट खाया।
साथियों! इस दृष्टान्त का अर्थ यह है कि जीव रूपी लड़के ने विषय रूपी शहद को भोगने के लिए काम रूपी छत्ते में हाथ डालने से उस जीवन रूपी लड़के को राग-द्वेष रूपी मक्खियों ने काट खाया। उनके काट लेने से यह जीव रूपी लड़का सदैव दुःखी रहता है। परन्तु फिर भी वह विषय रूपी मधु को नहीं छोड़ता। इसलिए हमें विषय रूपी मधु से हमेशा बचकर रहना चाहिए।