Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
ये जिंदगी धोखा दे जाएगी, करले भजन हरि का।
तेरी मन की मन मे रह जाएगी, करले भजन हरि का।।
जोड़-२ जो रखी माया,इसको देख-२ भरमाया।
पानी जैसे बह जाएगी।।
पानी जैसे बह जाएगी।।
तेरी कोठी तेरी हवेली, बन जाएगी एक पहेली।
धरी यहीं पर रह जाएगी।।
धरी यहीं पर रह जाएगी।।
सदा रहे ना जोबन छाया,मिट्टी की ये तेरी काया।
ये तो पल में ढह जाएगी।।
ये तो पल में ढह जाएगी।।
भजन करन का यही है मौका, इस जीवन का नहीं भरोसा।
मोत उठा तुझे ले जाएगी।।
मोत उठा तुझे ले जाएगी।।