सच्चा ज्ञान क्या है
सच्चा ज्ञान क्या है? इसकी खोज में एक राजा अपने सिपाहियों सहित वन की ओर निकल पड़ा, जहां एक ऋषि रहते थे। शाम का समय था। देखा, ऋषि तो नहीं है, लेकिन उनकी कुटिया की बगल मीक वृद्ध खेत में बीज बो रहा था। राजा ने निकट आ कर ऋषि के बारे में पूछा। उस वृद्ध ने कहा, ‘नाम तो मेरा ही है। तब राजा ने उन से तीन प्रश्न किये— पहला, सबसे अच्छा मित्र कौन है? दूसरा, सबसे अच्छा समय कोन-सा है? औऱ तीसरा, सबसे अच्छा काम कौन-सा है? ऋषि ने उत्तर न देकर उससे मदद करने को कहा। राजा बीज बोता रहा।
एक घायल के कराहने की आवाज सुनाई पड़ी। ऋषि राजा को उसके पास ले गए। जब उस व्यक्ति को होंश आया तो राजा के चरणों मे गिर पड़ा और क्षमा मांगने लगा।
राजा को आश्चर्य हुआ कि यह व्यक्ति कौन है। असल मे वह व्यक्ति राजा को मारने आया था, लेकिन इसीलिये सिपाहियों ने उसे घायल कर दिया था। राजा को अभी तक अपने प्रश्न का उत्तर नहीं मिला था। उसके पुनः पूछने पर ऋषि ने कहा, ‘आपके प्रश्नों का उत्तर तो मिल गया, सबसे अच्छा मित्र आपके सामने खड़ा है, जो आपसे क्षमायाचना कर रहा है, सबसे अच्छा समय वर्तमान है और सबसे अच्छा कर्म उपस्थित कर्म है। यही सच्चे ज्ञान की खोज है।