रेमो डिसूज़ा एक प्रमुख भारतीय नृत्यकार, निर्देशक और अभिनेता हैं। उन्होंने भारतीय सिनेमा में उनके नृत्य और नृत्य निर्देशन के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की है। उन्हें अपने चाहने वालों के बीच ‘सुपर डांसर’ के नाम से भी जाना जाता है।
रेमो डिसूज़ा का जन्म 2 अप्रैल 1974 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनका बचपन से ही नृत्य के प्रति शौक था और वे छोटे से ही नृत्य शिक्षक बनने का सपना देखते थे। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा के बाद नृत्य और चोरियोग्राफी में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया और अपनी क्षमताओं को स्वीकार करते हुए इस दिशा में अग्रसर हुए।
रेमो डिसूज़ा का पहला अभिनय करियर 1995 में टेलीविजन शो ‘साड़ी के फॉर्स’ में डांसर के रूप में शुरू हुआ था। इसके बाद, उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में चोरियोग्राफर के रूप में अपने पैरों को जमाया। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में चोरियोग्राफी की, जैसे कि ‘डिल से’, ‘धूम’, ‘रंग दे बसंती’, ‘ओम् शांति ओम’ और ‘ये जवानी है दीवानी’।
उनका निर्देशकीय डेब्यू 2011 में ‘फाल्टू’ के साथ हुआ, जिसमें वे निर्देशक के रूप में अपना पहला कदम रखे। उनकी निर्देशन में कई टेलीविजन रियलिटी शोज, जैसे कि ‘डांस इंडिया डांस’ और ‘डांस प्लस’ ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई।
रेमो डिसूज़ा ने अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिसमें उन्हें बॉलीवुड में श्रेय और मान्यता मिली है। उनकी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और क्रिएटिव दृष्टिकोण ने उन्हें भारतीय नृत्यकला के क्षेत्र में एक महान व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया है।
रेमो डिसूज़ा का करियर सिर्फ फिल्म और टेलीविजन में ही सीमित नहीं है, बल्कि वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। उन्होंने नृत्य के माध्यम से समाज को संदेश पहुंचाने के लिए कई पहल की हैं और युवाओं को नृत्य के माध्य
म से रोचक और सकारात्मक दिशा में ले जाने का प्रयास किया है।
रेमो डिसूज़ा की क्रियाशीलता, उनका नृत्य का जादू और उनकी निरंतर उन्नति ने उन्हें भारतीय नृत्य संगीत के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्तित्व बना दिया है। उनके कार्यों के माध्यम से, वे हमेशा नई ऊर्जा और आधुनिकता का संदेश देते रहे हैं।