बिना स्नान किए भोजन करना उचित है अथवा अनुचित?
शास्त्र कहते हैं कि बिना स्नान किए भोजन करना गंदगी खाने के समान होता है- ‘अस्नायी समलं भुवते।’
Is eating without bathing appropriate or inappropriate? |
इसका. वैज्ञानिक कारण भी स्पष्ट करें?
विज्ञान के अनुसार स्नान करने से शरीर के रोम कूपों का सिंचन हो जाता है अर्थात् शरीर से निकले पसीने से जो पानी की कमी हो चुकी होती है, स्नान करने से उसकी पूर्ति हो जाती है। शरीर में शीतलता और स्फूर्ति आ जाती है तथा भूख भी लग जाती है। यदि भूख पहले से लग रही है तो बढ़ जाती है तब भोजन करें। इस तरह भोजन का रस हमारे शरीर के लिए पुष्टिवर्द्धक सिद्ध होता है। बिना स्नान किए भोजन कर लें तो हमारी जठराग्नि उसे पचाने के कार्य में लग जाती है। उसके बाद स्नान करने पर शरीर शीतल पड़ जाता है। और पाचन शक्ति मंद पड़ जाती है। जिसंका परिणाम यह होता है कि भोजन पूर्ण रूप से नहीं पच पाता और कब्ज अथवा गैसे की शिकायत उत्पन्न हो जाती है।