बुद्धि बल
बुद्धिर्यस्य बल तसय निर्बद्धिस्तुकुतो बलम्।
एक सेठ के घर पर कुछ चोर चोरी करने को आये। दुर्भाग्य से उस दिन सेठजी कहीं बाहर गये हुए थे। चोरों ने सेठानी से पूछा कि तिजोरी की चाबी कहाँ रखी है और तिजोरी कहा रखी है?
सेठानी ने बताया कि सामने के कोठे में दाई और एक झरोखा है, जिसमें चाबी रखी है और वहीं पर तिजोरी रखी है। चोर दौड़ कर कोठे में गये और चाबी ढूँढ़ने लगे। उसी झरोखे में ततेंयों ने छत्ता बना रखा था। जैसे ही चोरों का हाथ छत्ते पर पड़ा तो ततैये उन्हें चिपट गये । बेचारों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया तथा प्रात: काल सब चोर पकड़े गये।