जैक मा, जिनका जन्म 10 सितंबर 1964 को हांग्जो, झेजियांग, चीन में हुआ था, एक प्रसिद्ध चीनी उद्यमी, निवेशक और परोपकारी हैं। वे अलीबाबा ग्रुप के सह-संस्थापक और पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जो कि एक बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी समूह है।
जैक मा का असली नाम मा युन है। वे एक साधारण परिवार में पले-बढ़े और उनकी शिक्षा भी सामान्य थी। बचपन से ही उन्हें अंग्रेजी सीखने का शौक था और उन्होंने इसे अपने शहर में पर्यटकों के साथ बातचीत करके सीखा।
स्कूल और कॉलेज की शिक्षा पूरी करने के बाद, जैक मा ने कई बार विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें कई बार असफलता मिली। अंततः, उन्होंने हांग्जो शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर कुछ समय तक अंग्रेजी पढ़ाने का काम किया।
1995 में, जैक मा ने अपने पहले इंटरनेट व्यवसाय “चाइना पेजेज” की स्थापना की, लेकिन यह सफल नहीं हुआ। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और 1999 में अलीबाबा ग्रुप की स्थापना की। अलीबाबा एक बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) ऑनलाइन मार्केटप्लेस है जो कंपनियों को इंटरनेट के माध्यम से व्यापार करने की सुविधा प्रदान करता है।
अलीबाबा की सफलता ने जैक मा को चीन के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बना दिया। इसके अलावा, अलीबाबा ग्रुप के अन्य प्लेटफार्म, जैसे कि ताओबाओ और अलीपेय, ने भी बड़ी सफलता हासिल की।
जैक मा की सफलता की कहानी न केवल उनकी व्यापारिक कुशलता को दर्शाती है, बल्कि उनके नवाचार, संघर्ष और मेहनत की भी मिसाल है। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी हार नहीं मानी।
जैक मा ने 2019 में अलीबाबा के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और अब वे शिक्षा और परोपकारी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने जैक मा फाउंडेशन की स्थापना की, जो शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करता है।
जैक मा की कहानी न केवल चीन बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके जीवन की यात्रा यह सिखाती है कि दृढ़ संकल्प, कठिन परिश्रम और नई सोच के साथ किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।