एफ. स्कॉट फिट्जगेराल्ड का जन्म 24 सितंबर 1896 को सेंट पॉल, मिनेसोटा, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उनका पूरा नाम फ्रांसिस स्कॉट की फिट्जगेराल्ड था। वे 20वीं सदी के प्रमुख अमेरिकी उपन्यासकार और लघुकथाकारों में से एक माने जाते हैं। फिट्जगेराल्ड ने अपने साहित्य में जैज़ युग के जीवन और समाज का सजीव चित्रण किया, जो उनके समय का एक विशेष दौर था।
फिट्जगेराल्ड ने अपनी शिक्षा न्यू जर्सी के प्रतिष्ठित प्रिंसटन विश्वविद्यालय में प्राप्त की, लेकिन उन्होंने अपनी डिग्री पूरी नहीं की। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने अमेरिकी सेना में सेवा की। युद्ध के बाद, उन्होंने लेखन को अपना करियर बनाने का निर्णय लिया।
फिट्जगेराल्ड का पहला उपन्यास “द साइड ऑफ पैराडाइज” (1920) था, जो तुरंत ही सफलता प्राप्त कर गया। इसके बाद उन्होंने “द ब्यूटीफुल एंड डैम्ड” (1922) लिखा, जो उनके व्यक्तिगत जीवन और समाज की मान्यताओं का गहन चित्रण था। लेकिन उनका सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण कार्य “द ग्रेट गैट्सबी” (1925) है। इस उपन्यास में उन्होंने 1920 के दशक के अमेरिकी समाज की विलासिता, धन, और भ्रष्टाचार को चित्रित किया। “द ग्रेट गैट्सबी” आज भी अमेरिकी साहित्य का एक उत्कृष्ट नमूना माना जाता है।
फिट्जगेराल्ड का लेखन जीवन उनके व्यक्तिगत जीवन से प्रभावित था। उनकी पत्नी, ज़ेल्डा सायरे, एक प्रमुख सामाजिक हस्ती थीं, और उनका जीवन शैली और मानसिक स्वास्थ्य के संघर्षों का सामना करना पड़ा। फिट्जगेराल्ड ने अपने लेखन में इन संघर्षों को भी शामिल किया।
फिट्जगेराल्ड का जीवन उनके साहित्य की तरह ही जटिल और उतार-चढ़ाव भरा था। 1930 के दशक में वे वित्तीय समस्याओं और शराब की लत से जूझते रहे। 21 दिसंबर 1940 को, 44 वर्ष की आयु में, उनका निधन हो गया।
एफ. स्कॉट फिट्जगेराल्ड का साहित्य आज भी जीवित है और उनकी कृतियाँ आज भी पाठकों और आलोचकों द्वारा सराही जाती हैं। उनके लेखन ने 20वीं सदी के अमेरिकी समाज के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर किया और वे एक महान लेखक के रूप में स्मरण किए जाते हैं।