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सावन के गीत (2) – हिन्दुओ के व्रत और त्योहार

सावन के गीत (2) 

सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जे जै कार पहली तो पैडी बहना मेरी में चढी, एजी छाई घटा घनघोर ते ै सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी. कोई हो रही जै कार दूजी तो पेडी बहना मेरी मैं चढी एजी कोई जलरसे रिसपझ्तमस मेपघ्य सत्संग देखन बहन मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जे जै कार तीजी तो पैडी बहना मेरी में चढोी , एजी कोई रपट गया मेरा पाँव सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जे जे कार चोथी तो पैडी बहना मेरी मैं चढोी, एजी कोई सतगुरु पकडै मेरा हाथ सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जै जे कार ‘पाचवीं तो पैडी बहना मेरी मैं चढी, एजी कोई बेठे राधा-कृष्ण सत्संग देखन बहन मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जै जे कार हु छटी तो पेडी बहना मेरी मैं चढी जी, उनके तो दर्शन बहना मैंने करे ह सत्संग देखन बहना मेरी मैं गई एजी कोई हो रही जे जे कार सातवीं तो पैडी बहना मेरी मैं चढी जी, ह एजी कोई बैठे सतगुरु महाराज उनके तो दर्शन बहना मैंने करे जबागों में झूला बहना मेरी पड़ रहा जी, एजी कोई झूले राध्ेश्याम सरिवयाँ तो झोटे बहना मेरी दे रही जी। नन्‍्हीं-ननन्‍्हीं बुंदियादह बहना मेरी पड़ रही, एजी कोई भीगे राधेश्याम सत्संग देखन बहना मेरी – में गई एजी कोई हो रही जे जै कार |

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