अर्नेस्ट हेमिंग्वे का जन्म 21 जुलाई 1899 को ओक पार्क, इलिनोइस, अमेरिका में हुआ था। उनका पूरा नाम अर्नेस्ट मिलर हेमिंग्वे था। वे 20वीं सदी के प्रमुख अमेरिकी उपन्यासकार, लघु कहानी लेखक और पत्रकार थे।
हेमिंग्वे का बचपन शिकागो के निकट ओक पार्क में बीता। उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई के बाद रिपोर्टर के रूप में काम करना शुरू किया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने एम्बुलेंस ड्राइवर के रूप में इटली की सेवा की और घायल होने के बाद उन्हें युद्ध से सम्मानित किया गया।
हेमिंग्वे की लेखनी का प्रभाव उनके अनुभवों और साहसिक जीवनशैली से हुआ। उन्होंने कई देशों में रहकर काम किया, जिसमें स्पेन, फ्रांस, और क्यूबा शामिल हैं। उनकी पहली प्रमुख पुस्तक, “द सन ऑल्सो राइजेस,” 1926 में प्रकाशित हुई, जो ‘लॉस्ट जनरेशन’ के नाम से जाने जाने वाले लेखकों की पीढ़ी को दर्शाती है।
उनकी प्रमुख कृतियों में “ए फेयरवेल टू आर्म्स,” “फॉर हूम द बेल टॉल्स,” और “द ओल्ड मैन एंड द सी” शामिल हैं। “द ओल्ड मैन एंड द सी” के लिए उन्हें 1953 में पुलित्जर पुरस्कार मिला और 1954 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अर्नेस्ट हेमिंग्वे की लेखन शैली सरल और सीधी थी, जिसे ‘आइसबर्ग थ्योरी’ के रूप में जाना जाता है, जहां सतह के नीचे छिपे हुए अर्थ अधिक महत्वपूर्ण होते हैं। उनका जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहा, जिसमें चार शादियां और कई व्यक्तिगत संघर्ष शामिल थे।
हेमिंग्वे का निधन 2 जुलाई 1961 को इडाहो, अमेरिका में हुआ। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं से संघर्ष किया। उनकी लेखनी और अद्वितीय शैली ने उन्हें साहित्य की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया और आज भी उनकी रचनाएं पाठकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं।