वॉरेन बफेट का जन्म 30 अगस्त 1930 को ओमाहा, नेब्रास्का, अमेरिका में हुआ था। उनके पिता, हॉवर्ड बफेट, एक अमेरिकी कांग्रेसमैन और स्टॉकब्रोकर थे, जबकि उनकी माता, लीला, एक गृहिणी थीं। बचपन से ही वॉरेन ने अपनी अद्वितीय वित्तीय समझ का प्रदर्शन किया। उन्होंने छोटी उम्र में ही पैसे कमाने और बचाने के महत्व को समझ लिया था।
बफेट ने अपने पहले निवेश की शुरुआत मात्र 11 साल की उम्र में की थी, जब उन्होंने सिटी सर्विसेस के तीन शेयर खरीदे थे। यह शुरुआती अनुभव उनके जीवन में निवेश की दिशा को निर्धारित करने वाला साबित हुआ। अपने हाई स्कूल के वर्षों के दौरान, उन्होंने कई छोटे-छोटे व्यवसाय किए, जिसमें गम, कोका-कोला, और मैगज़ीन बेचना शामिल था।
वॉरेन बफेट ने अपनी उच्च शिक्षा पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से शुरू की, लेकिन बाद में उन्होंने नेब्रास्का विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कोलंबिया बिजनेस स्कूल में दाखिला लिया, जहाँ उन्हें महान निवेशक बेंजामिन ग्राहम के साथ अध्ययन करने का अवसर मिला। ग्राहम की निवेश शैली और दर्शन का बफेट पर गहरा प्रभाव पड़ा और उन्होंने इसे अपने निवेश के सिद्धांतों में शामिल किया।
1956 में, बफेट ने अपनी खुद की निवेश फर्म, बफेट पार्टनरशिप लिमिटेड, की स्थापना की। इस फर्म के माध्यम से उन्होंने अपनी अनूठी निवेश शैली को अपनाया, जिसमें मूल्य निवेश (वैल्यू इन्वेस्टिंग) पर जोर दिया गया था। बफेट ने कम कीमत पर अच्छे व्यवसाय खरीदने की रणनीति अपनाई और उन्हें लंबे समय तक होल्ड किया।
1965 में, बफेट ने बर्कशायर हैथवे, एक कपड़ा मिल कंपनी, का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। उनके नेतृत्व में, बर्कशायर हैथवे ने कपड़ा व्यवसाय से हटकर बीमा, ऊर्जा, वित्त, और उपभोक्ता उत्पादों जैसी विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया। बफेट की उत्कृष्ट प्रबंधन और निवेश क्षमताओं के कारण, बर्कशायर हैथवे एक विशाल और विविधीकृत होल्डिंग कंपनी बन गई।
वॉरेन बफेट की निवेश दृष्टिकोण सरल और तार्किक है। वे उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो उन्हें समझ में आती हैं, जिनके पास मजबूत प्रबंधन टीम होती है, और जिनका व्यापार मॉडल मजबूत होता है। वे हमेशा दीर्घकालिक निवेश के पक्षधर रहे हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होते। बफेट का मानना है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और उचित मूल्य पर अच्छी कंपनियों में निवेश करना चाहिए।
बफेट की जीवन शैली भी उनकी निवेश शैली के समान सरल और विवेकपूर्ण है। वे अब भी अपने पुराने घर में रहते हैं, जो उन्होंने 1958 में खरीदा था, और वे बेहद साधारण जीवन जीते हैं। उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति दान करने का संकल्प लिया है और उन्होंने अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को दान कर दिया है।
वॉरेन बफेट को उनकी निवेश कुशलता और व्यावसायिक नैतिकता के लिए व्यापक रूप से सम्मानित किया जाता है। उन्होंने न केवल अपने निवेशकों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि कैसे धैर्य, समझदारी, और नैतिकता के साथ सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनकी जीवन कथा और निवेश के सिद्धांत न केवल वित्तीय पेशेवरों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं।
वॉरेन बफेट के जीवन और उनके सिद्धांतों से यह स्पष्ट है कि सच्ची सफलता न केवल आर्थिक रूप से बल्कि नैतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होती है। उनकी कहानी यह सिखाती है कि कैसे एक साधारण व्यक्ति अपनी मेहनत, लगन और समझदारी के बल पर विश्व के सबसे सफल निवेशकों में से एक बन सकता है। वॉरेन बफेट का जीवन और उनका दृष्टिकोण हमें यह याद दिलाते हैं कि वित्तीय सफलता केवल धन की मात्रा में नहीं बल्कि उसके उपयोग और प्रबंधन में भी निहित होती है।