बुढ़िया की बुद्धिमता
एक राजा अपना महल बनवा रहा था। उस जगह में एक बुढ़िया की झोंपड़ी आ रही थी। मंत्रियों ने बुढ़िया से अपनी झोंपड़ी को बेचने की सलाह दी। परन्तु बुढ़िया ने मना कर दिया। विवश होकर राजा बुढ़िया के पास स्वयं गये और झोंपड़ी को बेचने का निवेदन किया।
बुढ़िया ने ‘बातों के बीच में अचानक राजा से एक मिट्टी के ढेर की ‘ ओर इशारा करके कहा- महाराज! इसे आप उठाकर मेरी झोपड़ी में रख दीजिए। राजा ने उत्तर दिया-इसे उठाने में मैं असमर्थ हूँ। इस पर बुढ़िया बोली-जब आप इस मिट्टी के ‘ ढेर को उठाने में असमर्थ हैं तो मृत्यु के समय आप इतनी जमीन कैसे उठाकर अपने साथ ले जायेंगे?