Why oil oil, why not oil with ghee? |
शुक्रवार को तेल मर्दन नहीं करना चाहिए। शुक्र वीर्य का स्वामी है और वीर्य ही मनुष्य का तेज है। तेल मर्दन करने से शुक्र का तेज हमारे वीर्य में उष्णता (गर्मी) में वृद्धि करके हमें दु:खित कर संकता है क्योंकि वीर्य के दूषित होने से गर्भाधान में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है जो भविष्य में दु:खों का कारण हो सकता है। रविवार को भी तेल-मर्दन न करें क्योंकि रविवार को तेल मर्दन से ताप (गर्मी) में वृद्धि होती है। रवि सौर मंडल का सबसे तेजस्वी ग्रह है । शास्त्रों का कथन है कि रवि को तेल मर्दन से ताप, सोमवार को शारीरिक को सौन्दर्य, मंगल को मृत्यु. बुध को धन प्राप्ति गुरु को हानि, दुःख तथा शनि को सुख प्राप्त होता है। प्रसंग बनता है कि मंगलवार, को तेल मर्दन करने से मृत्यु कैसे हो सकती है। यहां मृत्यु का अर्थ मरने से नहीं बल्कि शरीर में तरह-तरह की उत्पन्न होने वाली बीमारियों से है जो घातक सिद्ध होती है। मंगल को तेल मर्दन करन शुक्र से मिर्गी, खुजली आदि होने की अधिक संभावना होती है।