ब्राह्मण को देवता वयों कहां गया है ?
Why has the Brahmin gone to the deity? |
समूचा संसार देवताओं के अधीन माना गया है और देवता सदैव मंत्रों के अधीन रहते हैं। अर्थात् मंत्रों से उनकी पूजा, अराधना की जाती है तब वे प्रसन्न होते हैं और उन मंत्रों के ज्ञाता, मंत्रों का प्रयोग, रहस्य आदि को ब्राह्मण भली प्रकार जानते हैं। इस प्रकार ब्राह्मण देवताओं के समतुल्य हुए। इसीलिए ब्राह्मणों को देवता कहा जाता है।