रजस्वला स्त्री को लोग अछूत क्यों मानते हैं?
अछूत अथवा अस्पृश्य का अर्थ है जो छूने योग्य न हो। रजस्वला स्त्री के हाथ का छुआ जल पीना भी लोग अपवित्र मानते हैं। उसकी ऐसी स्थिति चार दिनों तक होती है। रजस्वला स्त्रियों के छूने से दूध खराब हो जाता है। इनके स्पर्श से जल भी संक्रामक हो जाता है। रज’ दुर्गन्ध युक्त होता है
Why do people consider menstruating as untouchables? |
जिससे स्वच्छ वस्तु संक्रमिक हो जाता है किन्तु अब ज्यादातर लोग इन बातों को दकियानूसी मानते हैं। जबकि इस तथ्य को वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है। रजस्वला स्त्री के स्पर्श से फूल भी मुरझा जाते हैं। उपरोक्त को देखते हुए रजस्वला स्त्री को अस्पृश्य माना जाता है।