आरती क्यों और कितनी बार घुमानी चाहिए
कहा जाता है शास्त्रों में आरती को जितनी बार घुमाने का निर्देश है उतनी ही बार घुमानी चाहिए। जैसे सूर्य की आरती सात बार घुमानी चाहिए ओर सात बार ही बीजमंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
दुर्गा का नवमी तिथि और नर्वाण मंत्र भी नो अक्षर का है, अस्तु नो बार आरती घुमानी चाहिए, रूद्र एकादश है। शिव चतुर्थी तिथि के स्वामी हैं। अत: ग्यारह या चोदह बार आरती घुमाने का विधान है। अन्य देवी देवताओं में आरती चरणों में चार बार नाभि में दो बार और मुख पर दो बार आरती घुमानी चाहिए।