अष्टयसु एकादश रुद्र द्वादश आदित्य, इन्द्र और प्रजापति नाम से तैतीस संख्या वैदिक देवताओं की कही गयी है।
प्रत्येक देवता वी किभिन्न कोटियों की पुष्टि से तैंतीस कोटि (करोड़) संख्या लोक ल्यरहार यें प्रवलित हो गुयी
कुछ विद्वानो के कथनानुसार आकाश में तैतीस करोड़ तारे हैं उन्हें ही तैंतीस करोड़ देवता कहते हैं।