कुश को धारण करने का वैज्ञानिक पक्ष क्या है ?
कुश नान-कंडक्टर होता है। इसीलिए पूजा-पाठ, जप, होम आदि करते समय कुश का आसन बिछाते हैं और पवित्री स्वरूप हाथ की उंगली में धारण करते हैं
What is the scientific aspect of wearing Kush? |
जिससे बार-बार हाथ को इधर-उधर करने आदि से भूमि कान स्पर्श हो अन्यथा संचित शक्ति ‘ अर्थ होकर पृथ्वी में चली जाएगी। अगर भूलवश हाथ पृथ्वी पर पड़ भी जाए तो भूमि से कुश का स्पर्श होगा।