जनेऊ क्या है?
यज्ञोपवीत का ही संक्षिप्त रूप है जो ‘जन’ और ‘ऊ’ के मिलने से बना है। ग्रामीण लोग अधिकांशत: इसीशब्द का प्रयोग करते हैं।
क्या जनेऊ एक ही प्रकार के होते हैं?
जनेऊ कई प्रकार के होते हैं- तीन धागे वाले अथवा छः धागे वाले।
किस व्यक्ति को कितने धागों वाला जनेऊ धारण करना चाहिए?
What is Janeu?- Are Janeu of the same type? |
ब्रह्मचारी के लिए तीन धागे वाले जनेऊ का विधान है, विवाहित पुरुष को छ: धागे वाला जनेऊ धारण करना चाहिए।
जनेऊ कान पर क्यों चढ़ाते हैं?
लघुशंका या दीर्घशंका के समय जनेऊ को अपवित्र होने से बचाने के लिए उसे खींचकर कानों पर चढ़ाते हैं। दूसरा कारण यह है कि जनेऊ कान पर चढ़ा हुआ देखकर देसरे व्यक्ति दूर से ही समझ जाते हैं कि ये लघुशंका (Urinal) अथवा दीर्घशंका (Laterine) से आये हैं और अभी हाथ पैर अथवा मुंह का प्रक्षालन नहीं किये हैं।
अखिर क्यो ? / 47