ब्रह्म मुहूर्त्त क्या है?
रात्रि के अतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त्त कहते हैं। निद्रा त्याग करने का शास्त्र विहित यह समय सर्वोत्तम होता है।
ब्रह्म मुहूत्त्त में उठने के लाभ क्या है?
ब्रह्म मुहूर्त्त में जागृत (जागने) होने से मनुष्य को सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वस्थता प्राप्त होती है।
ब्रह्म मुहूर्त्त में उठने से मनुष्य स्वस्थ कैसे होगा? कारण बताइये?
वैज्ञानिक शोधों के अनुसार प्रात: काल ब्रह्म मुहूर्त्त में प्रदूषण रहित होता है। इसमें उस समय 41 प्रतिशत’ (परस ऑक्सीजन होती है जिसे हम प्राण वायु के रूप में सदैव प्रयोग करते हैं। 155 प्रतिशत नाइट्रोजन, 4 प्रतिशत कार्बन डाईआक्साइड होती है। कार्बन डाईआक्साइड सबसे दूषित वायु होती है जो फेफड़ों के लिए हानिकारक है। सूर्योदय के साथ ही सड़कों पर अनेक प्रकार वाहन चलने लगते हैं
What is Brahma Muhurta? |
जिनसे कार्बन डाईआक्साइड निकलती है और वायु मंडल में प्रदूषण फैलने लगता है। जिसकी मात्रा 4 प्रतिशत से बढ़कर 60 प्रतिशत तक हो जाती है। आयुर्वेद के दृष्टिकोण से ब्रह्म मुहूर्त्त में उठकर टहलने से, संजीवनी शक्ति से परिपूर्ण मलयगिरी की ओर से आने वाली हवा शरीर को स्पर्श करके नव शक्ति का संचार करती है। इस अमृततुल्य वायु का सेवन करना अति लाभदायक है।
आखिर क्यों ?