आर्य समाज क्या है?
What is Arya Samaj? |
यह हिन्दू धर्म की उदारवादी नीति एवम् समाज सुधारक संस्था समाज का प्रादुर्भाव सन् 1875 ई. में महर्ष दयानंद जी के के बाद हुआ। आर्य समाज़ी लोग स्वामी दयानंद रचित ‘सत्यार्थ श’ को अपना धर्म ग्रंथ मानते हैं।
क्या आर्य कोई जाति है? समझायें ।
आर्य समाज जाति नहीं बल्कि सम्मानजनक शब्द है। महाभारत एवम् रामायण में आपको अनेकों स्थान पर ऐसे दूष्टांत मिलेंगे, जहाँ स्त्रियों ने अपने पंति देवों को ‘आर्य पुत्र’ कहकर संबोधित किया है । प्राचीन काल में जिनका नाम लेना उचित नहीं लगता था उसे वे ‘आर्य’ कहते थे। आर्य का अर्थ होता है ‘ श्रेष्ठ ।
आखिर क्यों ?