रजस्वला स्त्री को कौन-कौन से कार्य नहीं करने चाहिए और क्यों ? कारण सहित स्पष्ट करें?
1. रजस्वला स्त्री को काजल नहीं लगाना चाहिए। धन्वतरि कहते हैं। काजल लगाने वाली रजस्वला स्त्री को अन्धा बच्चा पैदा होता है।
What are the tasks a woman should not do and why? Explain with reason? |
2. ऐसी स्त्री को तेल मालिश नहीं करानी चाहिए संतान कोढ़ी उत्पन्न होती है।
3. रजस्वला स्त्री के अधिक हंसने से काले होंठ वाला एवं विकृत जिह्वा वाली संतान पैदा होती है।
4. रजस्वला स्त्री के अधिक बोलने से बकवादी संतान पैदा होती है।
5. रजस्वला स्त्री के रोने से विकृत दृष्ट वाली संतान उत्पन्न होती है।
6. रजस्वला स्त्री को दौड़ना नहीं चांहिए क्योंकि इससे चंचल स्वभाव वाली संतान उत्पन्न होती है।
7. जो रजस्वला स्त्री भयंकर (तेज) स्वर का गीत संगीत सुनती है। उसकी संतान बहरी होती है।
8. रजस्वला को अनुलेपन नहीं करना चाहिए अन्यथा पांडु रोग से ग्रस्त संतान उत्पन्न होगी।
9. अधिक बायु सेवन करने वाली रजस्वला स्त्री की संतान पागल होती है।
उपरोक्त तथ्यों पर लोग ध्यान नहीं देते और विकृत संतान उत्पन्न होने पर अपने भाग्य को कोसते हैं।