वैशाखी पूर्णिमा
इस दिन जल से भरा नया घड़ा दान करना चाहिए। विक्रम संवत् का वैशाखी पूर्णिमा के दिन मनुष्यों को पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। सत्तू, मिठाई, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए।
श्री कृष्ण के बचपन के सहपाठी सुदामा जब द्वारिका उनसे मिलने गये तो उन्होंने सत्य विनायक व्रत का उनको विधान बताया। इसी व्रत के प्रभाव से सुदामा की सब दरिद्रता दूर हो गयी। वह अत्यंत धनी और ऐश्वर्यशाली हो गया। इस दिन धर्मगज की पूजा भी की जाती है।