मनुष्य को किन अवस्थाओं में मौन ( चुप रहना ) चाहिए?
मैथुन काल में (Sexual Period). मूत्र उत्सर्ग करते सम श्राद्धकाल में, भोजन के समय, दातुन करते समय व्यक्ति को चुप रहना चाहिए।
Under what conditions should a man remain silent? |
शौच एवं लघुशंका के समय क्या मौन रहना आवश्यक है? यदि हाँ, तो क्यों? वैज्ञानिक कारण भी बताइए?
धार्मिक दृष्टि में शौच और लघुशंका (मूत्र उत्सर्जन) के समय मौन रहना चाहिए। वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर शौच एवं लघुशंका के समय बोलना, खांसना, हाँफना हानिकारक है क्योंकि मल के दूषित कीटाणु मुख के माध्यम से शरीर में त्रवेश करके आपको रोगग्रस्त बना सकते हैं।
आखिर क्यों ?