इस की खोज 1991 में हो खान नाम के एक आदमी ने की थी। लेकिन पानी की भयंकर गर्जना एवं अँधेरे के कारण किसी की भी गुफा के अंदर जाने की हिम्मत नहीं पड़ी। इसलिए इस गुफा के अंदर की दुनिया इसकी खोज के 18 सालो तक यानि 2009 तक लोगो के लिए अनजान रही। सन 2009 में British Cave Research Association ने एक अभियान चलाकर इसके अंदर की झलक दुनिया को दिखलाई।
यह अभियान 10 से 14 अप्रैल 2009 के बिच चला था लेकिन उनका अभियान बिच में ही एक बहुत बड़ी दीवार के कारण रुक गया था। इस गुफा से निकासी का रास्ता 2010 में खोज गया जब एक दल ने उस 200 मीटर उची दीवार को पर किया।
उन्होंने पाया की यह गुफा Vietnam की पिछली सबसे बड़ी गुफा से 5 गुना तथा विश्व की तब तक की सबसे बड़ी गुफा, Malaysia की Deer Cave से 2 गुना बड़ी है। इस गुफा का कुछ हिस्सा उपर से टुटा हुआ है जहा एक छोटा सा जंगल है। यह गुफा 5 . 5 मिल लम्बी है। इस पूरी गुफा में एक गर्जना करती हुई नदी बहती है। इस गुफा में 300 मिलियन साल पुराने जीवाश्म भी मिले है।
इस गुफा को इस साल पहली बार Tourists के लिए खोला गया औ एक Tour आयोजित किया गया जिसमे की 6 मेम्बर थे जो की अब हर साल फरवरी से अगस्त के बिच में आयोजित किया जायेगा। गुफा की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए Tourist की संख्या बहुत कम रखी गयी है, 2014 के लिए केवल 220 Tourist की लिमिट है।