‘आत्मज्ञान से जीवन में मिल जाती है शांति’
दिव्यज्योति जागृति संस्थान की हरनामपुरा में अध्यात्मिक कार्यक्रम कराया गया। इसमें साध्वी रवनीत भारती ने कहा कि जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं। यहां कोई रास्ता नहीं मिलता। हर तरफ निराशा नजर आती है। इससे दुखी व्यक्ति आत्महत्या जैसे अपराध को भी कर लेता है। हर इंसान की इच्छा होती है कि उसे शांति मिले लेकिन समस्याओं में शांति लुप्त हो जाती है। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा कि जीवन में टेंशन को समाप्त करने के लिए अटेंशन जरूरी होती है। समस्याओं से नजात पाने के लिए आत्म ज्ञान ही सरल समाधान है। अत: यदि उस परम शाश्वत सत्य से जुड़ना है तो ब्रह्मज्ञान के मार्ग पर चलकर ही हम चिंता को त्याग सकते है। ब्रह्मज्ञान के बिना चिंता चिता समान है, आत्म ध्यान साधना से चिंता, चिंतन में बदल जाती है। उन्होंने कहा कि प्रभु के सिमरन से सदा शांति मिलती है। साध्वी ममता भारती द्वारा मधुर भजनों का गायन किया गया। यहां जगतार सिंह, मनप्रीत सिंह, राज कुमार, राकेश कुमार, कुलवंत सिंह मक्कड, सोहन सिंह, बलविंदर सिंह और हरजीत सिंह उपस्थित थे।
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने हरनामपुरा में धार्मिक कार्यक्रम कराया, जिसमें स्वामी रवनीत भारती और स्वामी विवेकानंद ने प्रवचन किए।