मानव, मनुष्य, पुरुष, आदमी और इनसान! इन सभी का मतलब एक ही होता है फिर भी अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग रूप में प्रयोग किया जाता है। ऐसा क्यों?
ऊपर लिखे शब्द एक दूसरे के पर्यायवाची हैं, किन्तु इसके अन्दर जो गूढ़ अर्थ छिपा है, उन सभी का अर्थ है, भाव अलग है। महर्षि ननु की संतान को मानव कहा गया। आदमी की संतान आदभी कहलाई।
ऊपर लिखे शब्द एक दूसरे के पर्यायवाची हैं, किन्तु इसके अन्दर जो गूढ़ अर्थ छिपा है, उन सभी का अर्थ है, भाव अलग है। महर्षि ननु की संतान को मानव कहा गया। आदमी की संतान आदभी कहलाई।
Man, man, man, man and man! All these mean the same, yet are used in different forms at different places. Why so? |
जिसमें इनसानियंत होती है उन्हें इनसान कहते हैं। जिसन अपना व्यक्तित्व स्वंय बनाया उसे व्यक्ति तथा जिसमें पुरुषार्थ करने की क्षमता है वह पुरुष कहलाया तात्पर्य यह कि एक होकर भी अनेक नाम से पुकारे जाते हैं।