लक्ष्मी भगवान् विष्णु के चरणों की सदैव सेवा करती रहती हैं। इसका क्या रहस्य है?
इसका रहस्य है कि जो मनुष्य लक्ष्मी (धन) प्राप्त करने के अभिलाषी (इच्छा) हैं उन्हें प्रत्यक्ष लक्ष्मी को नहीं बल्कि भगवान् श्री नारायण को पूजा, आराधना करनी चाहिए। भगवान्श्री नारायण के प्रसन्न होने पर लक्ष्मी जी उस प्राणी को सर्वरूप सम्पन्न कर देती हैं अर्थात् लक्ष्मी को पाने के लिए श्री नारायण की शरण में जाना होगा।
Lakshmi always serves the feet of Lord Vishnu. What is the secret of this? |
वे पहले होता है अर्थात् जैसे राधे कृष्ण, गौरी शंक्र या गिरजा रोध श्याम, सीता राम आदि। ‘यत्रना्थास्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता। अर्थात् जिस घर में स्त्रियों का सम्मान होता है उस घर की स्थिति स्वर्ग के समान हो जाती है। वहाँ देवताओं का निवास होता है और स्त्रियों के लिए पति सेवा ही सर्वश्रेष्ठ है। स्त्रियों को किसी गुरु की आवश्यकता नहीं होती। पति के चरणों की सेवा में ही उन्हें के दर्शन होते हैं।
भगवान्