Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
तुझ को जाना होगा छोड़ ये, संसार रे बन्दे।
तुं तो ले ले हरि का नाम, बारम्बार रे बन्दे।।
तेरे पिता तेरी माइ, तेरी बहन तेरे भाई।
जब वो काल घड़ी आए, सब लाचार रे बन्दे।।
तेरे गोती ओर नाती, नहीं रे तेरे हिमाती।
तेरा कोई नहीं साथी, झूठे सब प्यार रे बन्दे।।
काहे तन पे इतराए, काहे धन पे इतराए।
एक दिन ऐसा भी आए, सब ये बेकार रे बन्दे।।
धरले उस ईश्वर का ध्यान, अब तो कहना जाए मान।
कह रुक्मसिंह ईरान, हो जाए पार रे बन्दे।।