Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे।
तो मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।।
अगर उनसे मिलने की है, दिल मे तमन्ना।
करो शुद्ध अन्तः कर्ण धीरे धीरे।।
करो शुद्ध अन्तः कर्ण धीरे धीरे।।
कोई काम दुनिया में, मुश्किल नहीं है।
जो करते रहोगे यत्न धीरे धीरे।।
जो करते रहोगे यत्न धीरे धीरे।।
करो प्रेम से भक्ति सेवा हरि की।
तो मिल जाएगा वो रत्न धीरे धीरे।।
तो मिल जाएगा वो रत्न धीरे धीरे।।