Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
देख तेरे संसार की हालत,कैसी हो गई है भगवान।
अपने दुख से दुखी नहीं, दुखी और के सुख से हैइंसान।
अपने दुख से दुख नहीं इसको, ओर के सुख से रोता है।
देख के और को चैन से सोता,खुद न पागल सोता है।
खुद ही चाहे ठुक जाए, पर राह में कांटे बोता है।
तूने तो इंसान बनाया, ये तो बन गया है शैतान।।
ऐसा है इंसान जगत में, और को देख के जलता है।
औरों को ये शिक्षा देता, खुद ये टेढा चलता है।
ये भी सच है ऐसा बन्दा, गिर के नहीं संभलता है।
अपने घर का ख्याल नही, येऔर के घर का रखता ध्यान।।
अपने को ये अच्छा समझे, और को बुरा बताता है।
अपने से निर्बल को बन्दा लूट लूट के खाता है।
पाप ये करता रोज कई, और गंगा रोज नहाता है।
मैं ही मैं में रहता पगला,अपने पर करता अभिमान।।