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Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
आवेगा तेरे काम नाम की बालड़ भर ले रे
लोभी मन राम सुमर ले रे
सन्त बतावे बात ज्ञान की तू चित्त में धर ले रे
जन्म अमोलक सफल करे तो यहाँ ही कर ले रे
खोटी-2करे कमाई तू कुछ तो डर ले रे
आगे पावे धर्मराज तेरी खूब खबर ले रे
आगे पावे धर्मराज तेरी खूब खबर ले रे
भवसागर एक नदी अगम है,नोका प्रलय रे
राम नाम की बैठ नाव में तू पार उतर ले रे
राम नाम की बैठ नाव में तू पार उतर ले रे
काम क्रोध मद लोभ मोह इन पा
कह कबीर जो मुक्ति चाहवे तो जीवत मर ले रे
कह कबीर जो मुक्ति चाहवे तो जीवत मर ले रे