हिन्दू धर्म में मृतक के परिजन उसके शव को जलाते हैं, जबकि मुस्लिम धर्म के लोग शवों को दफनाते हैं। इनमें से दफनाना उचित है या शव (लाश) को जलाना उचित है?
एक शव (लाश) को दफनाने के लिए कम से कम दो गज जमीन चाहिए। इसी तरह मुस्लिम धर्म के जितने भी लोगों की मृत्यु होती है उन सभी के लिए प्रत्येक को दो-दो गज जमीन चाहिए। अगर इसी तरह हिन्दू लोग भी अपने शवों को दफनाने लगें तो एक दिन आयेगा कि सम्पूर्ण धरती कब्रिस्तान हो जायेगी। मुस्लिम हो या ईसाई, हम किसी विशेष धर्म की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि उन सभी से संबोधित हैं
In Hinduism, the relatives of the deceased burn his dead body, while those of the Muslim religion bury the dead. Is it appropriate to burial or burn the dead body? |
जिस धर्म के लोग शवों को दफनाते हैं। दफना देने बाद निश्चित है लाश में सड़न उत्पन्न होगी। इस तरह वायु- मण्डल में हमारं शरीर को क्षति पहुँचाने वाले वायरस फैलेंगे। कब्रिस्तानों के कारण संसार की कितनी उपयोगी भूमि आज व्यर्थ हो रही है और हिन्दुओं में लोग मृत्क की देह को अग्नि के हवाले कर देते हैं। थोड़ी ही देर में अग्नि उस शरीर को भस्मसात कर देती है। हिन्दू एक दो गज जमीन पर लाखों शवों का दाह-संस्कार कर डालते हैं।
आखिर क्यों ?