परमात्मा एक है या अनेक?
ब्रह्मा, विष्णु, शिव, इन्द्र, यम, दुर्गा आदि परमतत्व परमात्मा के अनेक नाम हैं। कोई विष्णु रूप में परमात्मा की पूजा करता है तो कोई शिव रूप में कहीं उन पर ब्रह्म परमात्मा को दुर्गा रूप में पूजते हैं तो कहीं काली के रूप में तात्पर्य यह कि परमात्मा एक है किन्तु अलग-अलग अनेक रूपों में उनकी पूजा होती है।
Is God One or Many? |
क्या विष्णु और शिव में भेद है?
गवान् श्री हरि विष्णु और त्रिशूलधारी भगवान् शिव एक दूसरेक पूरक है। रामेश्वर सेतु बाँध बाँधने से पहले भगवान् श्री विष्णु के अंशावतर भगवान् श्री रामचन्द्र जी ने सागर के तट. पर बालू (रेता) के शिबलिंग की स्थापना करके भगवान् शिव की पूजा की। भरस्मासुर दैत्य को लंकर शिवजी पर जब विपत्ति आई उस समय पार्वती का रूप धारण करके विष्णु जी ने रनकी रक्षा की। शिव जी हमेशा विष्णु जी के ध्यान में मग्न रहते हैं और विष्णु जी भी शिव जी की स्तुति-पूजा करते रहते हैं इस तरह इनमें कोई भेद नहीं है। जो प्राणी इनके बीच भेद समझता है, उसका कल्याण नहीं हो सकता।