Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
इनमें कौन राम कहाया रे साधो।।
सतयुग में विष्णु भए रामा, कर्ता आप कहाया।
सती अनुसुइया ने एक पलक में,बालक रूप बनाया।।
त्रेता में श्री राम चन्द्र भए, कौशल्या गोद खिलाया।
अहिरावण पाताल को ले गया, हनुमत जाए छुड़ाया।।
द्वापर में श्री कृष्ण भए हैं, यशोदा गोद खिलाया।
एक बाण के मारे मरगए, फिर कुछ कर नहीं कर पाया।।
कह कबीर सुनो भई साधो, राम कहीं ना पाया।
आदि राम सभी से न्यारा, कोय विरला हंस लख पाया।।